सेक्टर 23 निवासी शिवम ने बताया कि अगस्त में बीएससी पूरी की है। साल 2012 में उनको दौरे पड़ने शुरु हो गए। इसके बाद वह सेक्टर- 21 सी स्थित एशियन अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुए। जांच में पता चला कि उनकी एक किडनी खराब है।
पति व पत्नी का साथ सात जन्मों तक होता है। इसके लिए पत्नी की कोशिश करती है कि उसके पति की उम्र लंबी हो। एक पत्नी ने अपने पति की किडनी खराब होने पर अपनी किडनी डोनेट कर दी। वहीं, दूसरी ओर 25 साल के बेटे की किडनी खराब होने पर मां ने जान बचाने के लिए अपनी किडनी दे दी।
सेक्टर 23 निवासी शिवम ने बताया कि अगस्त में बीएससी पूरी की है। साल 2012 में उनको दौरे पड़ने शुरु हो गए। इसके बाद वह सेक्टर- 21 सी स्थित एशियन अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुए। जांच में पता चला कि उनकी एक किडनी खराब है। इसके बाद उन्होंने साल 2014 में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल में पंजीकरण करवाया। मां सुषमा ने अपनी एक किडनी देकर नया जीवन दान दिया। अब मां-बेटे ठीक है।
‘सावित्री’ बन बचाई पति की जान
ओल्ड फरीदाबाद निवासी प्रेम चंद ने बताया कि करीब एक साल पहले उनका शुगर लेवल काफी कम होने लगा। इसके बाद उन्होंने सेक्टर- 8 स्थित सर्वोदय अस्पताल में डॉक्टर से जांच करवाई। पता चला कि उनकी किडनी खराब हो गई। पत्नी संतोष ने किडनी दान कर जान बचाई। किडनी का प्रत्यारोपण 16 नवंबर को हुआ।